भारतीय खाद्य निगम, नई दिल्ली की कार्यप्रणाली का आलोच्नात्मक मूल्यांकन
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Author(s):
DR. POONAM MODI
Vol - 5, Issue- 1 ,
Page(s) : 29 - 40
(2015 )
DOI : https://doi.org/10.32804/RJSET
Abstract
भारतीय खाद्य निगम की स्थापना वर्ष 1965 में हुई लेकिन इसने अपना कार्य जनवरी 1966 से प्रारम्भ किया जिसके प्रमुख उद्देश्यों में खाद्यान्न तथा अन्य कृषि उत्पादों के सही प्रबंध हेतु प्रयास किया गया है। भारत जैसे विशाल देश में जहां जनसंख्या का एक बड़ा समूह अपनी दैनिक दिनचर्या के माध्यम से दो वक्त का भोजन जुटाने में संलग्न रहता है। वहां जरूरी खाद्यान्नों की उपलब्ध व्यवस्था आवश्यक समझी गयी। जिसके अन्तर्गत भारत के कौन-कौने से भारतीय खाद्य निगम की शाखाओं द्वारा खाद्यान्नों की निर्धारित मूल्यांे पर खरीद की जाती है और उसका समायोजित वितरण उपभोक्ता की आपूर्ति के लिये किया जाता है भारतीय खाद्य निगम के प्रयासांे के फलस्वरूप खुले बाजार भावों में स्थिरता आती है और एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में मूल्यों में विसंगतियां कम होती है।
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