INTERNATIONAL RESEARCH JOURNAL OF SCIENCE ENGINEERING AND TECHNOLOGY
( Online- ISSN 2454 -3195 ) New DOI : 10.32804/RJSET
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भारत परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रवाद की दूसरी परिभाषायें
1 Author(s): MANOJ KUMAR
Vol - 12, Issue- 1 , Page(s) : 158 - 166 (2022 ) DOI : https://doi.org/10.32804/RJSET
राष्ट्रवाद एक ऐसी भावना है, जिसमें आम जनता किसी व्यक्ति विशेष के प्रति नहीं अपितु राष्ट्र के प्रति समर्पित होती है, तथा राष्ट्रीय चेतना का भाव सर्वोपरि होता है। भारत की राष्ट्रीय चेतना वेदकाल से ही अस्तित्वमान है। प्राचीन ग्रंन्थों में भारत के गौरव गाथा का विस्तार से वर्णन मिलता है। अथर्ववेद के पृथ्वी सूक्त में धरती माता का यशोगान किया है।